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कलश वंदना के साथ जैन संत आदर्श रत्नसागर जी मसा ने किया मंगल प्रवेश / Shivpuri News

मुनि श्री के सानिध्य में धूमधाम से मना भगवान पाश्र्वनाथ का जन्म कल्याणक

शिवपुरी। भोपाल से पदविहार शिवपुरी पधारने वाले परमपूज्य आचार्य भगवंत नवरत्नसागर सूरीश्वर जी महाराज साहब के प्रशिष्य अध्यात्मयोगी परमपूज्य गणिवर्य श्रीआदर्शरत्न सागर जी मसा का मंगलप्रवेश जुलूस आज धूमधाम से निकाला गया। इस अवसर पर पाश्र्व बल्लभ पूजा मंण्डल की महिलाओं द्वारा कलश वंदना कर महाराज साहब का भव्य स्वागत किया। साथ ही पंचकल्याण पूजन एवं रात्रि भक्ति के साथ भगवान पाश्र्वनाथ का जन्म कल्याणक मनाया जायेगा। दिनांक 14 जनवरी को संतश्री के द्वारा महामांगलिक का स्त्रोत सुनाया जायेगा जिसकी शुरूआत 12 बजकर 36 मिनिट पर होगी जो दोपहर 2 बजे तक चलेगी।
परमपूज्य गणिवर्य श्रीआदर्शरत्न सागर जी मसा आदि ठाणा का शिवपुरी नगरआगमन पर मुकेश भांडावत के निवास स्थल से गाजेबाजे के साथ भव्य प्रवेश जूलुस निकाला गया। सदर बाजार से होकर मंदिर जी पहुंचने वाले इस जुलूस जैन धर्मालंबियों द्वारा जगह जगह चावल की गहुली कर गुरूदेव की चरण बंदना की। मंदिर प्रवेश द्वार पर पाश्र्व बल्लभ पूजा मण्डल एव नवकार दरबार समिति की महिलाओं द्वारा कलश बंदना कर गुरूदेव का आशीर्वाद लिया। मंगल प्रवेश के बाद भगवान पाश्र्वनाथ जन्मकल्याणक महोत्सव के अवसर पर  तेजमलए डॉण् दीपकए अशोक कुमार और आशीष कुमार सांखला परिवार द्वारा पूजा का आयोजन रखा गया। प्रति वर्ष मनाये जाने वाले इस उत्सव में इस वर्ष संत श्री के सानिध्य में आयोजन की गरिमा और उत्साह में वृद्धि हुई।

14 जनवरी सक्रांति पर होगी महामांगलिक

 
परमपूज्य गणिवर्य श्रीआदर्शरत्न सागर जी मण्साण् के द्वारा 14 जनवरी मकर संक्राति तक रहकर धर्मोपदेश एवं विभिन्न कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। 14 जनवरी को संत श्री दोपहर 12:36 पर शिवपुरी मेें संतुष्टि टाऊनशिप के पीछे ग्वालियर वायपास पर महा मांगलिक देंगे। इससे पूर्व जैन श्वेताम्बर मंदिर पर शिवपुरी संघ एवं बाहर से आने वाले मेहमानों के लिये नोकारसी नाश्ताद् का आयोजन उदयचंद जी शिखर चंद जी कोचेटा परिवार द्वारा रखा गया है।

संत श्री के आगमन पर बहेंगी तप की गंगा 

 
संत आये और तप ना हो ऐसा नहीं हो सकता मुनि श्री ने कहां कि भगवान पाश्र्वनाथ परमात्मा के जन्म कल्याणक के अवसर पर अधिक से अधिक अठ्ठम (सामूहिक तेले)तप रखे यदि किसी सामर्थ तेले का न हो तो पहले दिन शक्कर (मिश्री) के पानी से दूसरे दिन खीर और तीसरे खुल्लेा एकासने रखने की भावना रखे। इसके साथ ही दोपहर में साध्वी जी द्वारा महिलाओं के लिये प्रवचन का आयोजन रखा गया है रात्रि में 8.30 पर गुरूदेव द्वारा प्रतिदिन प्रवचन दिये जायेंगे। बच्चों के लिये भी कई ज्ञानबद्र्धक प्रतियोगिता का आयोजन इस दौरान रखा गया है।

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