शिवपुरी। लोगों के प्रकरण निपटाने के लिए आयोजित हुई नेशनल लोक अदालत में उस समय हंगामा मच गया जब बिजली काउंटर पर बैठे कर्मचारी से अभिभाषक की वहस हो गई। इसके बाद बिजली कर्मचारियों ने काउंटर बंद कर दिया। विवाद होता देख सहायक यंत्री रणजीतसिंह भदौरिया आए लेकिन यहां 8 से 10 लोगों ने एई की लात-घूसों से बुरी तरह मारपीट कर दी। इसके बाद बिजली कर्मचारी कोतवाली पहुंचे जहां उन्होंने श्री भदौरिया को पीटने के मामले में 8-10 अज्ञात लोगों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कराया।
विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर मनोज दुबे ने बताया कि लोक अदालत के दौरान जब वह बिजली विभाग के काउंटर पर बैठे हुए थे तो उस समय एक अभिभाषक अपने बिल संबंधी परेशानी के लिए वहां आए। दुबे ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण नजदीकियां न हों इसलिए विभाग ने वहां गार्ड लगा रखे थे। उनके अनुसार उन्होंने अभिभाषक से कहा कि थोड़ा दूर रहकर बात करें और बिल का निराकरण कुछ समय के बाद करेंगे। इसके बाद अभिभाषक ने विवाद किया और इसी बीच गार्ड ने हस्तक्षेप किया तो वकील साहब आक्रोशित हो उठे और वह कुछ लोगों को वहां ले आए। स्थिति बिगड़ती देखकर हमने काउंटर बंद कर दिया। उस समय एई भदौरिया कोर्ट में थे। आधा घंटे पश्चात जब वह वहां आए और उन्होंने बंद काउंटर देखा और काउंटर बंद करने का कारण पूछा। इसके पश्चात वे वहीं बैठ गए। उसी समय कुछ लोग वहां आए और उन्होंने एई भदौरिया से अभद्रता करते हुए उनके साथ मारपीट कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिसकर्मियों ने श्री भदौरिया को लोगों के गुस्से बचाया, लेकिन इसके बाद भी उन्हें गंभीर चोटें आईं हैं। मामले को लेकर अध्ध्यक्ष बार एसोसिएशन एडवोकेट शैलेंद्र समाधिया ने कहा कि एई रणजीतसिंह भदौरिया की पिटाई के मामले में वकीलों की कोई भूमिका नहीं है। बल्की बिजली कर्मचारियों ने ही हमारे एडवोकेट भाई के साथ अभद्रता की थी। जिस पर अभिभाषक अपनी आपत्ति दर्ज करा वहां से चले गए। इसके बाद बिजली विभाग से परेशान लोगों ने भदौरिया की मारपीट कर दी। मामले को लेकर एई रणजीतसिंह भदौरिया का कहना था कि कुछ लोगों ने लोक अदालत में बिजली विभाग के काउंटर को बंद करा दिया था। यह जानकारी मिलने के बाद में जब मैं काउंटर पर पहुंचा तो 8-10 अज्ञात लोगों ने मेरे साथ मारपीट की जिससे मेरे बाए कान में चोट आई है तथा शरीर में कई जगह मूंदी चोटें आईं हैं। मारने वाले लोगों को मैं पहचान लूं
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