बैराड़। बैराड़ तहसील के हर्रई गांव में अतिवृष्टि और बाढ़ से हुए नुकसान के एवज में पटवारी ने अपात्रों को पात्र बना दिया और पात्रों को छोड़कर सूची सौंप दी। उसी आधार पर राहत राशि मिलने से पात्र छूट गए और अपात्रों को आर्थिक फायदा हो गया। ग्रामीणाों की शिकायत से मामले का खुलासा हुआ और बेराड़ तहसीलदार ने जांच कराई तो पटवारी की लापरवाही पकड़ी गई। प्रतिवेदन पर पोहरी एसडीएम ने हर्रई हल्का पटवारी को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक बैराड़ तहसील के हल्का हर्रई पटवारी पुष्पराज धाकड़ के खिलाफ बैराड़ तहसीलदार ने 30 सितंबर 2021 प्रतिवेदन बनाकर पोहरी एसडीएम को भेजा था। पोहरी एसडीएम करीब पूरे अक्टूबर महीने तक जांच प्रतिवेदन को अपने पास रखे रहे और 29 अक्टूबर को आखिरकार निलंबन आदेश जारी किया। लेट लतीफी की वजह से पात्र ग्रामीणों को अभी तक राहत राशि नहीं मिल पाई है। ग्राम हर्रई के किसानों ने पटवारी के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया था। तहसीलदार बैराड़ ने नोटिस जारी किया तो पटवारी पुष्पेंद्र धाकड़ ने जबाव तक नहीं दिया। इसके अलावा पटवारी ने हल्के से संबंधित न्यायालय में प्रचलित प्रकरणों में समय सीमा में रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की जिससे न्यायालयीन कार्य प्रभावित हो रहे थे। इसी आधार पर पटवारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
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