शिवपुरी। अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय भोपाल इस वर्ष से प्राथमिक चिकित्सा एवंआधारभूत स्वास्थ्य संरक्षक बेसिक हेल्थ प्रोटेक्शन का कोर्स प्रारंभ करने जा रहा है। एक साल का यह डिप्लोमा कोर्स 12वीं पास कोई भी स्टूडेंट कर सकता है। डिप्लोमा करने के बाद उसे प्राथमिक उपचार करने का सर्टिफिकेट मिल जाएगा। इस कोर्स में आवेदक को 9 माह तक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों द्वारा मानव शरीर की संरचना के बारे में जानकारी दी जाएगी और शेष तीन माह किसी रजिस्टर्ड अस्पताल में प्रेक्टिकल के लिए भेजा जाएगा। ट्रेनिंग के बाद यूनिवर्सिटी द्वारा आवेदक की परीक्षा ली जाएगी। परीक्षा में सफल होने पर सर्टिफिकेट दिया जाएगा। ग्वालियर में कोर्स को शुरू करने के लिए मान्यता मिल चुकी है।
इसलिए शुरू किया पाठ्यक्रम
ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बिना ट्रेनिंग या डिप्लोमा कोर्स किए कई झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक चला रहे हैं। बुखार या हल्की बीमारी का इलाज ग्रामीण क्षेत्र के लोग इनसे कराते हैं। कई बारयहां पर इलाज कराना मरीाजें के लिए खतरनाक हो जाता है। कई प्रयासों के बाद भी जब झोलाझाप क्लीनिक बंद नहीं हुए तो सरकार ने ये कदम उठाया है। सरकार का प्रयास है कि झोलाझाप डॉक्टर भी इस कोर्स को करने के बाद मानव शरीर की संरचना की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उन्हें इलाज करने में आसानी होगी।
इनका कहना है
प्राथमिक चिकित्सा पाठ्यक्र्रम के तहत बीपी, शुगर माप, टीकाकरण, ड्रिप, इंजेक्शन, पल्स, ईसीजी सहित प्राथमिक उपचार की प्रविधियों में ट्रेंड किया जाएगा। अस्पताल प्रबंधन भी इसी तरह का कोर्स है।
राजेंद्र मजेजी, सचिव मंगलम
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