लेवा स्कूल में साईकिल वितरण में हुआ भ्रष्टïाचार

100-50 रूपये लेकर छात्रो को दी गई साईकिले
कैमरे में कैद है छात्र-छात्राओ की बातचीत
कोलारस। शिक्षा के सुधार से लेकर सरकार अवागमन के साधन उपलब्ध कराने में जितनी सतर्कता से कार्य कर रही है। वहीं स्कूल में पदस्थ अध्यापक मासूम छात्रो से अवैध बसूली करने में परहेज नही कर रहे है।
उल्लेखनिय है कि कोलारस नगर से करीब 18 किलो मीटर की दूरी पर लेवा ग्राम परिचम दिशा की ओर स्थित है। जहां छात्रो से साईकिल में भ्रष्टïाचार करने का संगीन मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के मुताविक लेवा स्कूल में पदस्थ शिक्षिका द्वारा साईकिल वितरण में छात्रो से लेन देन का मामला उजागर हुआ है। स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रो से 100-50 रूपये देकर ही साईकिल प्रदान कि गई। इससे छात्रो से लेकर उनके माता पिता भी आर्थिक बोझ से टूट गये। शासकीय योजना में पलिता लगाने का काम शिक्षक गण कर रहे है। जब शिक्षक ही शिक्षा को बेचने का एवं दलाली जैसा कार्य करने में परहेज नही कर रहे है। तो आगे आने बाली पीढी को कौन दिशा देगा। दिशा विहीन शिक्षक क्या आगे आने बाली पीढि को नैतिक शिक्षा दे पायेगे। इस पर फिलाल प्रश्न चिन्ह लगेे हुये है। हमारे कैमरे में उन छात्रो की बातचीत की रिकोर्डिंग मौजूद है। जिससे यह सफ झलकता है। कि किस तरह से छात्रो के साथ खिलबाड किया गया है। शासन द्वारा ऐसे छात्रो को साईकिल भेंट कि जाती है। जिन्हे आने जाने में परेशनियो का सामना करना पडता है। छात्र मजबूरी बस शिक्षिका को नगदी रूपये देकर साईकिल प्राप्त कि शासन के वरिष्ठ अधिकारी कुम्भकरण की नींद में सोये हुये है। और उनकी नाक के नीचे साईकिल वितरण में भ्रष्टï तरीके से लेन-देन हो गया। और शासकीय नुमाईंदे सोते रहे। ग्रामीण में निवास करने बाले छात्र-छात्राओ की यह मांग है कि हमारे पैसे हमारे रूपये हमें वापिस दिलवाये जाये। जिससे हमारा आर्थिक बोझ कम हो सके कुल मिला कर प्रशासनिक निसक्रियता के चलते यह गोरख धंधा चलता रहा।
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