एसबीआई शाखा नरवर के कैशियर ने साल 2018 में महिला ग्राहक के खाते से 3.41 लाख रु. निकाले थे
महिला ग्राहक के खाते से धोखे से 3.41 लाख रुपए निकालने के केस में फरार चल रहे कैशियर को नरवर पुलिस ने राजस्थान के करौली से गिरफ्तार कर लिया है। धोखाधड़ी के प्रकरण में फरार चल रहे कैशियर की गिरफ्तार करने करैरा कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था। खास बात यह रही कि कैशियर ने अनपढ़ महिला ग्राह की मौत के बाद भी खाते से पैसे निकालता रहा। जिससे पकड़ा गया।
जानकारी के मुताबिक फरियादी जगन्नाथ बाथम निवासी पीपलखाड़ी ने 23 जनवरी 2018 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दरअसल उसकी मां मिट्ठो बाई बाथम का भारतीय स्टेट बैंक शाखा नरवर में बैंक खाता था। मां की मौत के बाद भी उनके खाते से पैसे निकलते रहे। खाते से कुल 3 लाख 41 हजार रुपए निकाले गए थे। ग्राहक के खाते से रकम निकालने पर बैंक कैशियर धर्मपाल मीणा (32) पुत्र हेतराम मीणा निवासी रुंठी थाना कुडगांव जिला करौली राजस्थान के खिलाफ धारा 420,467,468,471 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की। विवेचना में कैशियर धर्मपाल मीणा द्वारा अवैध रूप से पैसे निकालना पाया गया। कैशियर 2018 के बाद से ही फरार चल रहा था। करैरा कोर्ट ने गिरफ्तारी के लिए धारा 73 सीआरपीसी का गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। मगरौनी चौकी प्रभारी मुकेश दुबोलिया टीम के साथ राजस्थान के करौली गए जहां से कैशियर कोे गिरफ्तार कर नरवर ले आए। पुलिस ने कैशियर को करैरा कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे उप जेल करैरा भेज दिया है।
पति की पेंशन व जीपीएफ का पैसा खाते में आया था
मृतिका मिट्ठाे बाई बाथम के पति जल संसाधन विभाग में कार्यरत थे। उनकी मौत के बाद पेंशन की रकम व जीपीएफ आदि की रकम नोमिनी होने की वजह से खाते में आई थी। मिट्ठो बाई वाउचर पर अंगूठा लगाती थी और इसी का फायदा उठाकर कैशियर अंगूठा लगाकर खुद ही पैसे निकालता रहा। लेकिन मिट्ठाे बाई का निधन हो गया, फिर भी पैसे निकले तो बेटे जगन्नाथ को संदेह हुआ। इसके बाद मुकदमा दर्ज कराया जिसमें कैशियर ही जिम्मेदार निकला।
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