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मंत्री जी! करैरा अस्पताल में कुछ भी ठीक नहीं

मंत्री जी! करैरा अस्पताल में कुछ भी ठीक नहीं
करैरा में प्रभारी एवं स्वास्थ्यमंत्री रुस्तम सिंह का दौरा आज 
दस सालों से नहीं है महिला डॉक्टर, पुरुष डॉक्टर करवा रहे डिलेवरी 
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करैरा। मंत्री जी! करैरा अस्पताल में कुछ भी ठीक नही है पिछले दस सालो से महिला चिकित्सक का अभाव बना हुआ है। जब भी कोई महिला की डिलेवरी अस्पताल में  होती है तो पुरुष डॉक्टरों को डिलेवरी करवाना पड़ती है। यह बात करैरा के सैकड़ो लोंगो ने मध्य प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जिले के प्रभारी मंत्री रुस्तम सिंह के करैरा दौरा के दौरान महिला चिकित्सक के लिये मांग की है। जब की मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जरूरतमंद गरीब मरीज सहित अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों का मुफ्त में इलाज हो सके इसका  संकल्प प्रदेश के भाजपा सरकार के मुखिया ने ले लिया है। 
इस संकल्प के परिपालन में सरकार ने हजारों करोड़ो रुपए का बजट स्वास्थ विभाग को उपलब्ध कराया है।  शासन की अत्यंत प्रभावशाली योजना है। जिसका अस्पताल में आने वाले मरीज का इलाज शासन नि:शुल्क करेगा द्य  लेकिन सूत्रों की मानें एवं मरीजों की बात पर भरोसा किया जाए तो शासन की योजना का लाभ संपूर्ण गरीब एवं सामान्य मरीज को नहीं मिल पा रहा है द्य करैरा अस्पताल में आज भी कई दवाएं  नहीं है और मरीज बाजार से ओने पौने दामों में दवा खरीद कर अपना  इलाज करवाने के लिए बिवस हो रहे है।
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एक्स रे मशीन 15  साल से  अस्पताल में खा रही है धूल 
करैरा शासकीय अस्पताल में रखी  लाखो  रुपए की एक्सरे  मशीन गत 15 वर्षों से धूल खा रही है। जब से यह मशीन आई है तब से लेकर आज तक एक  दर्जन मरीजों के एक्सरा भी नहीं हुये होंगे जब की इस  अस्पताल में हजारों मरीज प्रति सप्ताह इलाज के लिए आसपास के  ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं। करेरा अस्पताल में आने बाले मरीजो को चिकित्सक बिना प्राथमिक उपचार किए बगैर जिला अस्पताल को भेज देते हैं द्य 15 सालो से धूल खा रही एक्सरे मशीन पर स्वास्थ्य महकमा कुम्भकर्ण की नीद में सोया हुआ है साथ ही इस बारे में आज तक स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कभी सुध नही ली।
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नर्से करती है प्रसव के परिजनों से पैसो की डिमांड 
प्रसव पीड़ा वाली महिलाओं से स्टाफ नर्स 200 से 500 रूपये की डिमांड करती हैं जब नर्सो को प्रसव कराने के पैसे नही दिए जाते है तो नर्से अबध व्यवहार करती है  साथ ही  शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की प्रसव पीड़ा वाली गर्भवती महिला को डिलीवरी उपरांत 1400 तथा शहरी महिला को ?1000 दिए जाने की योजना है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए डिलीवरी महिला को या परिवार वालों को योजना का लाभ उठाने के लिए भारी मशक्कत करना पड़ती है 
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शिशु विशेषज्ञ का पद भी पड़ा खाली 
करैरा अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ साथ शिशु विशेषक का पद पिछले कई सालो से खाली पड़ा है। जब भी कोई शिशु को प्रसव के दौरान कोई बीमारी हो जाती है तो इलाज के अभाव में झाँसी शिवपुरी भेजा जाता है।
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एमएलसी के नाम पर करते है हजारो की मांग 
करैरा अस्पताल में एम् एल सी  के नाम पर हजारों रुपया अधिकारी एवं अन्य चिकित्सक मांग करते हैं। इस अस्पताल में  सी सी टीवी कैमरा कई सालो से बन्द पड़ा है। जब कभी रात्रि के समय गम्भीर अवस्था में मरीज आ जाता है तो चिकित्सको उनके घर जाना पड़ता है रात्रि के समय अस्पताल से डॉक्टर नदारद रहते है।
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इनका कहना 
अस्पताल में एक्सरे मशीन धूल खा रही है कोई देखने सुनने बाला अस्पताल में नही है पिछले 15 साल पहले  करैरा अस्पताल में एक्सरे मशीन आई थी जिसका आज तक करैरा की जनता ने लाभ नही लिया, साथ ही डॉक्टरों के पद भी खाली पड़े है।
राकेश दुबे, स्थानीय नागरिक 
हमारे अस्पताल में महिला चिकित्सक और बच्चों का कोई भी डॉक्टर नही इसके लिए हमने शासन को पत्र लिखा है साथ ही एक्सरे मशीन भी बन्द पड़ी है। 
प्रदीप शर्मा बीएमओ करैरा 
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