सात फेरों से पहले पीएम को लिखा खत, फिर जो हुआ उसे जिंदगी भर नहीं भूलेगी ये लड़की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक गरीब परिवार की ऐसे समय मदद की, जब बेटी की शादी में गरीबी मुंह फैलाये खड़ी थी और शादी टूटने के कगार पर आ चुकी थी.
पिता की चिंता देख घर की बेटी ज्योति ने खुद कदम बढ़ाया और प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा. उसने पत्र में अपनी घर की माली हालत का कुछ अंदाज में जिक्र किया कि प्रधानमंत्री कार्यालय का भी दिल पसीज गया.शादी टूटने का था डर
ज्योति का कहना है, ‘मेरे घर की हालत बेहद खराब है. पैसे की बहुत ही तंगी है. इस बीच पापा ने मेरी शादी तय कर दी. उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि शादी सही तरीके से हो पाए. ऐसे में हमने दीदी से मिलकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा. हमें डर था कि कहीं शादी टूट ना जाए.’
दरअसल, जितेंद्र ने बनारस के फूलपुर में अपनी बेटी की शादी तय की. यह शादी 25 नवंबर को होनी है. घर पर मेहमानों का स्वागत और शादी में होने खर्च से जितेंद्र के साथ बेटी ज्योति की नींद उड़ा दी.
पीएमओ को शादी का कार्ड भी भेजा
ऐसे में ज्योति ने 8 नवंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय को घर की टूटी स्थिति बयान करते पत्र लिखा. इसमें उसने मदद की अपील की. साथ ही शादी टूट जाने की कहानी बयां करते हुए शादी का कार्ड भी भेजा.
बनारस की बेटी का पत्र पीएमओ पहुंचते ही जिलाधिकारी को फोन आया और ज्योति की मदद के लिए निर्देश देते ही डीएम ने फौरन गरीब परिवार को बुलाकर 20 हजार रुपए की आर्थिक मदद पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से दिलाई. साथ ही डीएम ने जिले के समाजसेवी संगठनों से मदद के लिए अपील की.ठेले पर कपड़ा बेचकर गुजारा
जितेंद्र ने भी कहा, ‘मुझे तो पता भी नहीं था कि मेरी बेटी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है. उसने तो मुझे दूसरे दिन बताया कि उसने पीएम को पत्र लिखा है. मुझे लगा कि कुछ तो मदद मिल जाएगी. अब डीएम ने हमें 20 हजार रुपए की आर्थिक मदद की.’
सारनाथ थाना इलाके के सारंगतालाब मोहल्ले के रहने वाले जितेंद्र साहू की आर्थिक हालत बेहद तंग है. ठेले पर कपड़ा बेचकर किसी तरह परिवार का भरण-पोषण करते रहे हैं. बेटी बीए की पढ़ाई कर रही है. जितेंद्र साहू के परिवार में तीन बेटी और एक बेटा है.
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