शिवपुरी। कृषि उपज मंडी में साल 2018 के भावांतर की जांच में शाखा प्रभारी बाबू द्वारा फर्जी लाइसेंस का मामला सामने आया था। बाबू
जायसवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। जमानत के बाद बाबू शिवपुरी मंडी में ही कार्यरत है। सचिव आरपी सिंह ने उसी को लाइसेंस शाखा का प्रभारी बना दिया। नतीजा यह हुआ कि भागीरथ कुशवाह पर 11 लाख से ज्यादा की वसूली निकली है। व्यापारी की फर्म ब्लैक लिस्टेड है और परिवार के किसी भी सदस्य का नया लाइसेंस जारी नहीं हो सकता। सचिव आरपी सिंह ने एक बार आवेदन इसी आधार पर निरस्त कर दिया और दूसरी बार भागीरथ कुशवाह के बेटे सत्यम का लाइसेंस जारी कर दिया।
इस फर्जीवाड़े में सचिव आरपी सिंह और जायसवाल फंस गए हैं। खुद को बचाने के लिए दूसरे बाबू ललित चौधरी को सचिव ने नोटिस थमा दिया है।
Be First to Comment