नेताओं में लगी अपने भाई-भतीजों को पद दिलाने की होड़
*अजय सिंह कुशवाह*
शिवपुरी-भाजपा द्वारा प्रदेश भर में जिला कार्यकारिणियों के गठन हेतु नियुक्त किये गए प्रदेश प्रतिनिधियों को रायशुमारी करने के लिए जिलों में भेजा जा रहा है।इसी क्रम में शिवपुरी के लिए नियुक्त किये गए प्रतिनिधि पूर्व विधायक नरेश दिवाकर एवं पूर्व विधायक अल्केश आर्य आज शिवपुरी पहुंच कर भाजपा कार्यालय पर पार्टी द्वारा निर्धारित अपेक्षितों से रायशुमारी कर जिला कार्यकारिणी का खाका तैयार कर रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण सिंह द्वारा 7 जनवरी को जारी पत्र के माध्यम से समस्त जिलाध्यक्षों को सूचित किया गया था कि जिला कार्यकारिणी के गठन हेतु ज़िलावार दो-दो प्रतिनिधियों के पैनल का गठन किया गया है जो प्रत्येक जिले में 2-3 दिवस के अपने प्रवास कार्यक्रम बनाएंगे एवं पार्टी के अपेक्षितों से रायशुमारी कर ज़िला कार्यकारिणी के गठन हेतु योग्य पदाधिकारियों के नाम तय करेंगे। पत्र के साथ प्रदेश प्रतिनधियों की सूची एवं अपेक्षितों का विवरण भी दिया गया था।
*ये हैं पार्टी द्वारा तय अपेक्षित*
जिला कार्यकारिणी के लिए जिन अपेक्षितों से नाम लिए जाएंगे,उनमें वर्तमान जिलाध्यक्ष एवं 2 बार के पूर्व जिलाध्यक्ष,ज़िले में निवासरत निवर्तमान पदाधिकारी/कार्यसमिति सदस्य,ज़िले में निवासरत निवर्तमान मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारी,जिला महामंत्री( निवर्तमान),सांसद/पूर्व सांसद,विधायक/पूर्व विधायक(2008 तक के),निवर्तमान महापौर,ज़िला पंचायत अध्यक्ष, निगम/मंडल/आयोग/प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष/उपाध्यक्ष,ज़िला सहकारी बैंक के निवर्तमान अध्यक्ष एवं A-ग्रेड कृषि उपज मंडी के निवर्तमान अध्यक्ष शामिल किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार पार्टी द्वारा एक प्रोफार्मा तैयार किया गया है जिसमें प्रत्येक अपेक्षित से 10-10 नाम लिखित में लिए जाएंगे।माना जारहा है कि इन्ही नामों के आधार पर जिला कार्यकारिणी तैयार की जाएगी।
*कार्यकर्ताओं की बजाय अपनों को प्राथमिकता*
जानकारी के अनुसार ज़िले में मौजूद अधिकतर अपेक्षितों का प्राथमिक प्रयास अपने परिजनों को कार्यकारिणी में जगह दिलाने के लिए होगा। ऐसा बताया जा रहा है कि
नरेंद्र बिरथरे अपने पुत्र सौरभ बिरथरे को कार्यकारिणी में किसी महत्वपूर्ण पद पर बैठाने का प्रयास कर सकते हैं,वहीं पूर्व विधायक माखनलाल राठौर भी अपने पुत्र प्रकाश राठौर को किसी महती जवाबदेही दिलाने के लिए जोड़-तोड़ बैठा रहे हैं। करैरा से पूर्व विधायक रहे रमेश खटीक भी अपने जनपद अध्यक्ष पुत्र को ज़िला कार्यकारिणी में फिट करवाने की मंशा रखते हैं,वहीं पूर्व विधायक ओमप्रकाश खटीक अपने दोनों नेता पुत्रों राजकुमार और गगन खटीक के लिए मेहनत कर रहे हैं।
पूर्व विधायक देवेंद्र जैन भी अपने भाई पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन गोटू को कार्यकारिणी में महत्वपूर्ण जगह पर स्थापित करा सकते हैं तो भाजपा के प्रदेश महामंत्री, प्रदेश किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष करैरा से पूर्व में विधायक रहे रणवीर रावत अपने भाई पूर्व जनपद अध्यक्ष रामस्वरूप रावत को कार्यकारिणी में फिट करवाने की ज़ुगत लगा सकते हैं।
कोलारस से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी अपनी धर्मपत्नि विभा रघुवंशी के लिये जोर आजमाइश कर सकते हैं। तो पूर्व जिलाध्यक्ष सुशील रघुवंशी अपने बेटे को स्थापित करने के लिए प्रयासरत बताए जा रहे हैं। कुल मिलाकर राजनेताओं की अपने परिजनों के प्रति चिंता पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं के माथे पर चिंता की लकीरें ज़रूर बढ़ा सकती हैं।
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