शिवपुरी। टीबी उन्मूलन के लिए “टीबी
हारेगा देश जीतेगा’’ अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। एनसीसी
35वीं बटालियन मोहनी सागर कॉलोनी शिवपुरी में एनसीसी कैडेट्स को टीबी रोग
की जांच, इलाज, परामर्श एवं सावधानी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
जिला क्षय अधिकारी ने कैडेट्स के सवालों का जवाब भी दिया।
मुख्य
वक्ता जिला क्षय अधिकारी डॉ आशीष व्यास ने एनसीसी कैडेट्स को राष्ट्रीय
क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में बताया। उन्होंने टीबी रोग की जांच,
इलाज, परामर्श एवं सावधानी बरतने संबंधी जरूरी बातें बताईं। डॉ. व्यास ने
बताया की टीबी एक संक्रामक बीमारी है। यह खांसने, छींकने एवं इस मरीज के
लगातार संपर्क में रहने से स्वस्थ व्यक्ति को हो जाती है। बाल और नाखून को
छोड़कर टीबी किसी भी अन्य अंग को प्रभावित कर सकती है। जागरूकता कार्यक्रम
में एनसीसी के कर्नल दीपक सांघी, असिस्टेंट एनसीसी ऑफिसर एवं प्रोफेसर
गजेंद्र सक्सेना मौजूद थे।
डेली
डॉट्स से ड्रग सेंसिटिव टीबी का समुचित नि:शुल्क इलाज: कैडेट्स को बताया
कि 2025 तक इसको उन्मूलन करने के लिए नेशनल स्ट्रेटिजिक प्लान बनाया है।
इसी के तहत जांच, इलाज और पोषण योजना प्रारंभ की गई है। मरीज की सीबी नेट
मशीन की मदद से जांच कर बिगड़ी हुई टीबी या एमडीआर टीबी का पता लगाया जाता
है। साथ ही इसका इलाज भी नि:शुल्क उपलब्ध है। डेली डॉट्स से ड्रग सेंसिटिव
टीबी का समुचित नि:शुल्क इलाज हर स्वास्थ्य केन्द्र से प्रदान किया जाता
है।
नशा रोग प्रतिरोधक
क्षमता कम करता है, इससे दूर रहने की सलाह: डॉ व्यास ने कार्यक्रम में
मौजूद कैडेट्स को हर तरह के नशे से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने ने बताया
कि नशा हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम करता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम
होने से व्यक्ति बीमारी से घिर जाता है। कर्नल दीपक सांघी ने कार्यक्रम के
अंत में प्रश्नोत्तर सेशन में सभी कैडेट्स की ओर से प्रश्न पूछे।
Be First to Comment