शिवपुरी। जिले में डेंगू के मरीज लगातर बढ़ते जा रहे हैं। अभी तक इस वर्ष डेंगू के कुल 76 केस मिल चुके हैं। इसमें से 61 केस सिर्फ अक्टूबर के महीने में मिले हैं। यानी इस महीने हर दिन 2 से ज्यादा डेंगू पॉजिटिव जिले में मिले हैं। डेंगू के बढ़ते मरीजों के बीच स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका की टीम लगातार लार्वा नष्ट करने में जुटी हुई है। सर्वे के दौरान शहर में हर दसवें घर में डेंगू का लार्वा मिल रहा है जो चिंताजनक है। हालांकि अब मौसम बदलने के साथ डेंगू में गिरावट आ सकती है, लेकिन वर्तमान में जिस तरह से मरीज बढ़ रहे हैं वह चिंता बढ़ाने वाला है। पिछले 10 दिन में ही 36 डेंगू पॉजिटिव मिले हैं। शहरी क्षेत्र में डेंगू के मरीज चिन्हित हो रहे हैं, लेकिन ग्रामीण अंचल में लोग बीमारी को छिपा रहे हैं। खासतौर पर झांसी से लगे क्षेत्रों में डेंगू के लक्षण आने वाले स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने के बजाए झांसी इलाज के लिए जा रहे हैं। डेंगू से जो दो संदिग्ध मौत सामने आई थीं उनमें विभाग को सही जानकारी ही नहीं मिल पाई थी। पिछोर, करैरा आदि क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप देखा जा रहा है। शिवपुरी में 20 टीमें हर दिन लार्वा की जांच में जुटी हुई हैं। अभी भी जिले में डेंगू का इलाज चुनौती बना हुआ है क्योंकि इसके इलाज के यहां सीमित संसाधन हैं।
शहरी क्षेत्र मे माह अक्टूबर में कुल 11008 घरों में सर्वे किया, जिनमें 1165 घरों में लार्वा पाया गया। साथ ही जनसमुदाय को मच्छरों से बचाव व उत्पत्ति स्थल को नष्ट करने के लिए समझाइश दी। जैसा कि विदित है कि घर में व आसपास टूटे, फूटे कंटेनर, टंकी, कूलर, टायर, गमले इत्यादि में भरे पानी में ऐडीज मच्छर अंडे देता है जो कि लार्वा व प्यूपा अवस्था में बदलकर 7 से 10 दिन मे पूर्ण मच्छर बन जाते है। यही मच्छर संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क व आकर डेंगू व मलेरिया बीमारी का फैलाव करते है। जनसमुदाय से अपील की जाती है कि घरो व आसपास पानी जमा न होने दे सात दिवस में विभिन्ना कंटेनरों में भरा पानी बदलते रहे तथा पूरे वॉह के कपडे पहने तथा बुखार आने शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में अपनी जांच कराए।
यह हैं शहरी क्षेत्र के हाइ रिस्क जोन
शहरी क्षेत्र में झांसी तिराहा, घोसीपुरा, माधव विहार, मनियर तालाब, नवाब साहब रोड़, पुरानी शिवपुरी, सिद्धि विनायक कॉलोनी, विवेकानंदपुरम, अरविंद नगर, कमलागंज, द्वारिकापुरी, न्यूब्लॉक शिवपुरी, खेड़ापति मंदिर के पास, फतेहपुर, आइटीबीपी कैंपस का क्षेत्र में डेंगू प्रभावित बताया गया हैं।
यह हैं ग्रामीण अंचल के हाइ रिस्क जोन
ग्रामीण क्षेत्रों में बदरवास के ग्राम मैद्योनावड़ा, करैरा के ग्राम अमोला, रामपुरा, कोलारस के ग्राम आरी, नेतवास, नरवर के ग्राम पनिहार, हटा, करई, भिलारी, पिछोर के ग्राम देवखो, पिपरा, पोहरी के ग्राम बैराड, पटेश्वरी नादोरा बैराड एवं सतनवाड़ा के ग्राम गढीबरोद, इमलिया शामिल है।
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