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अंतरराज्यीय ठग को पुलिस ने दबोचा, दरोगा बन देता था वारदात को अंजाम, 22 साल में चार शादी, ठगी की वारदात इतनी की खुद को भी याद नहीं / Shivpuri News

शिवपुरी। कहते है दुनिया में बेहरूपियों की कमी नही है। बेहरूपिया वह शब्द है जो अपना न केवल वेश बदले बल्कि उसकी बॉडी लेग्वेज से लेकर बोल चाल तक उसी की तरह हो जिसका उसने रूप रचा है। हम आज आपको ऐसे ठग के बारे में बताते हैं जिसमें 22 साल तक बेहरूपिया बने न जाने कितनी वारदातों को अंजाम दिया उसे खुद भी नहीं पता। फिलहाल उक्त ठग महाराष्ट्र से पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है और उससे पूछताछ चल रही है। उक्त ठग खाकी वर्दी पहनकर अलग-अलग राज्यों में ठगी कर चुका है। उक्त ठग 22 दिन पहले नरवर के मगरौनी कस्बे में पुलिस यूनिफॉर्म में उस ठग को घूमते हुए देखा तो स्थानीय व्यापारी उसे नया दरोगा समझकर सलाम कर रहे थे। इसी दिन वह एक सर्राफ दुकान से सवा लाख के गहने चुराकर भाग गया था।

राजस्थान के बारां जिले के छबड़ा का रहने वाला फरमान अली उर्फ उड़ा (44) ने 10 दिसंबर को सुबह करीब 10 बजे मगरौनी कस्बे के कटरा बाजार में सोने के पेंडल खरीदने के बहाने पहुंचा और रामभरोसे (70) पुत्र राधेलाल सोनी की कंचन ज्वैलर्स पर पेंडल दिखाने के बहाने मोलभाव करने लगा। इस बीच मौका पाकर वह दुकान से सवा लाख कीमत का सोना लेकर बुलेट बाइक से भाग निकला। मगरौनी चौकी पुलिस ने केस दर्ज कर ठग की तलाश शुरू की। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि ठग खाकी वर्दी व टोपी पहनकर आया था। बुलेट बाइक से वह निकला तो कस्बे के व्यापारियों ने ठग को नया दरोगा समझकर सलाम भी किया। हुलिए के आधार पर पुलिस छानबीन करती रही और 980 किमी दूर महाराष्ट्र के जमखेड़ में जाकर फरमान अली उर्फ उड़ा को पकड़ लिया। फरमान ठगी करके हर बार ठिकाना बदलता रहता था। दूसरे राज्यों की पुलिस उसे पकड़ तक नहीं पा रही थी। पूछताछ से पता चला है कि फरमान अली ठिकाने बदलने के साथ अब तक चार महिलाओं से शादी कर चुका है। आठ माह पहले चौथी शादी की थी है, जो फरमान के बेटे की उम्र के बराबर है। ठग का कहना है कि उसने लव मैरिज की है। 44 साल के इस ठग के पांच नाम सामने आ चुके हैंं। फरमान अली उर्फ फिरोज उर्फ समीरुद्दीन उर्फ समीर अली उर्फ उड़ा राजस्थान के बारां जिले के छबड़ा का रहने वाला है। छबड़ा में भी उस पर करीब आठ प्रकरण पंजीबद्ध हैं। कुछ समय रतलाम में रहा, जहां चार अपराध दर्ज हैं। इसके बाद कानपुर रहने लगा, जहां आसपास क्षेत्र में मुकदमे दर्ज हैं। रायबरेली के लालगंज थाने मे भी लूट का अपराध दर्ज है जिसमें फरमान अली उर्फ उड़ा सहित तीन अन्य साथी शामिल हैं। तालबेहट में साल 2018 में अपराध दर्ज है। उत्तराखंड के काशीपुर थाने में 16 सितंबर 2021, उत्तर प्रदेश के ललितपुर के तालबेहट 2 जून 2018, रायबरेली के लालगंज थाना में 19 फरवरी 2020, हाथरस थाने में 27 नवंबर 2021 व मुरादाबाद के नागफनी थाने में 24 नवंबर 2021 को केस दर्ज है। छानबीन के दौरान धीरे-धीरे अन्य अज्ञात अपराधी के रूप में नाम सामने आते जा रहे हैं।

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