शिवपुरी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने कई लोगाें की जिंदगियां निगल ली। उससे भी बड़ी लापरवाही इलाज कर रहे डॉक्टरों व प्रबंधन की रही। कई लोगों की मौत कोरोना की वजह से हुई लेकिन जब उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया गया तो उसमें कोरोना से मौत होना नहीं दर्शाया गया।
ऐसा ही एक मामला सामने आया जहां महिला के पति की मौत कोरोना से हुई लेकिन जब मृत्यु प्रमाण पत्र दिया तो उसमें कोरोना से मौत नहीं दर्शाया गया। मामले को लेकर महिला कलेक्ट्रेट जा पहुंची और कलेक्टर से आर्थिक सहायता व प्रबंधन की लापरवाही की शिकायत की। महिला सुनीता रजक निवासी वेयरहाउस के पास मदकपुरा वार्ड नं. 16 ने बताया कि उसके पति अमरसिंह रजक को कोरोना हो गया था और इस महामारी में उसके पति की मृत्यु 20 जून को हो गई। घर में अमरसिंह ही अकेला कमाने वाला था और मजदूरी कर गुजर-बसर होता था। लेकिन अब उनके चले जाने से चार बच्चों का भार महिला पर आ गया है। महिला ने कलेक्टर से कोरोना की मिलने वाली सहायता व पति के मृत्युप्रमाण पत्र में कोरोना से मौत होना दर्शाए जाने की मांग की है।
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