पोहरी। जिले के पोहरी विधानसभा क्षेत्र में एक साल पूर्व सरकुला डैम का भूमिपूजन 11 सितंबर 2020 जितने जोर-शोर से किया गया। एक ही मंच पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और वर्तमान नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंच पर जुटकर इस योजना का लोकार्पण किया था। कांग्रेस की सरकार गिराकर भाजपा में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का यह शिवपुरी जिले का पहला दौरा था। इतने दिग्गजों को एक मंच पर देख और उनसे विकास की बातें सुन जनता को भी यकीन हो गया था कि यह प्रोजेक्ट जल्द शुरू होगा और समय पर पूरा भी होगा। यहां सभी माननीय मंच से उतरकर गए और इसके बाद इस योजना का भी वही हाल हुआ जो अन्य योजनाओं का होता रहा है। घोषणा को एक साल बीत जाने के बाद अभी इसके निर्माण की एक ईंट भी नहीं रखी गई है। एक साल लंबा समय गुजरने के बाद अभी तक यह प्रोजेक्ट कागजों से निकलकर धरातल पर नहीं आ सका जबकि 6 करोड़ रुपए की भारी-भरकम राशि खर्च कर दी गई।
जिले के पोहरी विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक पानी की समस्या है और इसे दूर करने तथा आसपास के क्षेत्र को सिंचित करने के उद्देश्य से बीते 11 सितंबर 2020 को पोहरी में सरकुला डैम का भूमिपूजन किया गया था। यह डैम पोहरी किले के अंदर जंगल में दो पहाडिय?ों के बीच में पानी को रोककर बनाये जाने का था। जल संसाधन विभाग निर्माणा एजेंसी होने के साथ ही इस काम को राजकमल बिल्डर्स इंदौर ने लिया है। इस काम को लेने के बाद अभी तक निर्माण कंपनी ने अभी तक काम तो शुरू नहीं किया गया। इस डेम से एक सैकड़ा से अधिक गांवों को सिंचाई का पानी मिलना है। साथ ही पोहरी अंचल के आमजन को भी जल जीवन मिशन के तहत पानी मिलता। हालांकि इस एक साल में इस प्रोजेक्ट को लेकर कई आरोप और प्रत्यारोप लगते रहे हैं। खुद भाजपा के ही पूर्व विधायक प्रहलाद भारती ने इस प्रोजेक्ट पर सालभर में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
पूर्व विधायक प्रहलाद भारती ने प्रोजेक्ट ठेकेदार पर ये लगाए थे आरोप
सरकुला सिंचाई परियोजना का टेंडर सीएसआर दर से केवल 10 पैसे कम रेट पर इंदौर के ठेकदार को दिया गया। स्वंय का लाभ देखते हुए ठेकेदार प्रोजेक्ट के मूल स्वरूप में अनावश्यक बदलाव कर रहा है जिससे बांध तकनीकी व गुणवत्ता की दृष्टि से कमजोर होगा। सरकुला परियोजना अपने मूल स्वरूप में सेंट्रल स्पिल-वे के रूप में स्वीकृत हुई थी, लेकिन ठेकेदार ने इसे साइड स्पिल वे, कर दिया है। इसमें नदी के मुख्य हिस्से में पत्थरों का बांध बनाया जा रहा है, जो कि गुणवत्ता की दृष्टि से उचित नहीं है। सरकुला सिंचाई परियोजना जिस नदी पर बन रही है वह नदी बारहमासी नहीं है, बल्कि इस नदी में केवल नवंबर के महीने तक ही पानी का प्रवाह रहता है। पूर्व विधायक प्रहलाद भारती ने यह भी आरोप लगाए हैं कि नदी में कॉन्क्रीट का बांध बनाकर 150 फीट ऊंचाई से पानी गिरने पर कटाव को रोकने के लिए आरसीसी वकेट का निर्माण होना पहले प्रस्तावित था, लेकिन अब ठेकेदार ने साइड स्पिल वे के अंतर्गत प्रोजेक्ट का निर्माण प्रस्तवित कराया है। इसमें साइड स्पिल वे की वे ड्रॉइंग्स जहां की मिट्टी सॉफ्ट होने से और इतनी ऊंचाई से पानी गिरने से 2-4 साल के भीतर ही यह बांध क्षतिग्रस्त हो जाएगा।
रेनफॉल के आंकड़े बदलने का आरोप
इस योजना के सर्वेक्षण, डिजाइन ड्राइंग आदि का कार्य फिर से कराया जा रहा है। ठेकेदार ने बोधी कार्यालय से हाइड्रो की गणना फिर से कराई है, जिसमें ठेकेदार ने 1989 से 2019 तक के रैनफॉल डेटा में हेरफेर कराकर पानी की अधिक मात्रा आकलित कराई है। पानी की अधिक मात्रा के आकलन में हेराफोरी के आरोप भी लगे हैं। इस हेराफेरी वाली प्रोजेक्ट रिपोर्ट में ठेकेदार ने अधिक वर्षा वाले तीन वर्ष बढ़ाकर कम वर्षा वाले 3 वर्षों को हटाया है जिससे कि पानी की मात्रा को रिपोर्ट में अधिक दिखाया जा सके।
इंटरनेट मीडिया पर उड़ी खिल्ली
एक साल पूर्ण होने के बाद सरकुला डैम के कार्य ना होने की दशा में इंटरनेट मीडिया पर भी पोस्ट डाली जा रही है। जहां पर फेसबुक पर लोग इस योजना के शुरू न होने के चलते भाजपा शासन पर तंज कस रहे हैं। लोग योजना के लोकार्पण को एक वर्ष बीतने पर सरकार को बधाई देते नजर आ रहे हैं।
इनका कहना है
मेरे घर के पीछे खड़ी हैं मशीनें: सुरेश राठखेड़ा
पीडब्ल्यूडी विभाग के राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा का कहना है कि वन विभाग उसकी एनओसी ली है, पेड़ो की गिनती भी हो गयी है। उस पर रोड़ डालना है उसकी परमिशन ले ली है। परसों उसकी फ़ाइल भोपाल लेकर गया हूं। 8-10 दिन में भोपाल से फाइल वापिस आ जायेगी। पैसा हमारे पास आ गया है और मशीनें मेरे घर के पीछे खड़ी हुई हैं। चाहे तो आप खुद आकर देख सकते हैं। हम बहुत जल्द काम शुरू करवाने वाले है
जनता को गुमराह कर रहे मंत्रीः कांग्रेस प्रवक्ता
पोहरी विधानसभा के कांग्रेस प्रवक्ता संजीव शर्मा ने कहा कि सरकुला डैम चुनावी जुमला बनकर रह गया है। गुमराह कर पोहरी क्षेत्र की जनता से वोट लिया गया और उनके साथ ठगी की गई है। अभी कुछ समय पहले पूर्व विधायक ने भी सरकुला डैम की शिकायत की थी। करोड़ो रूपये का भुगतान होने के बाद भी आज तक धरातल पर कोई काम नही हुआ है। सेंट्रल स्लिप वे से साइड स्लिप वे के रूप में परिवर्तित करने का प्रयास किया जा रहा है। वही राज्यमंत्री भी पोहरी की जनता को गुमराह कर रहे हैं।
आखिर कब बनेगा डैमः ब्लॉक अध्यक्ष
कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष आफाक अंसारी ने कहा कि भाजपा पार्टी चुनावों के इंतजार में है। जैसे ही चुनाव आएंगे सरकुला का ढिंढोरा फिर पीट दिया जाएगा। जबकि एक वर्ष बीतने के बाद भी जनता को सिर्फ सपना ही दिखाया गया है। क्षेत्र की जनता इंटरनेट मीडिया से ही पूछ रही है कि आखिर सरकुला डैम कब बनेगा।
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