शिवपुरी-अपनी लंबित मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के समीप धरना प्रदर्शन कर रहे मप्र सहकारिता कर्मचारी महासंघ अपनी लंबित मांगों को लेकर अब गांधीवादी तरीके को अपनाएगा और गांधी के आदर्शों पर चलकर अपनी मांगों को पूर्ण करने को लेकर प्रदेश सरकार से मांग की जाएगी। इसे लेकर हड़ताल के पांचवे दिन और धरना के दूसरे दिन सभी सहकारिता कर्मचारी महासंघ ने रूपरेखा तय की है और इसे लेकर सभी सहकारिता कर्मचारी महासंघ अपनी मांगो को पूर्ण करने की मांग करेंगें।
इस दौरान यहां यहां मप्र सहकारिता कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुशवाह, कार्यवाहक अध्यक्ष विनोद तिवारी, महासचिव राजकुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष रविशंकर धाकड़ आदि सहित सहकारिता कर्मचारी महासंघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। यहां अपनी मांगों को लेकर मप्र सहकारिता कर्मचारी महासंघ द्वारा सहकारी सोसायटीयों के तमाम सदस्यों ने मिलकर बुधवार को जिले भर में प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर शासन स्तर पर ज्ञापन भी सौंपा।
इस दौरान हड़ताल को समर्थन देते हुए कर्मचारियों ने अपना समर्थन दिया और समस्त शासकीय उचित मूल्य की दुकानें एवं सहकारी संस्थाऐं पूरे दिन पूर्ण रूप से बंद रहीं। इस कलम बंद आन्दोलन से आम नागरिकों एवं शासन-प्रशासन को कार्य में बाधा व परेशानी होगी इसके लिए संस्था के द्वारा खेद जताया गया है।
इस विरोध प्रदर्शन में मप्र सहकारिता समिति कर्मचारी महासंघ जिला के रविशंकर धाकड़, शिवदयाल, मुकेश श्रीवास्तव, विजय कुशवाह, विमल जैन, कोमल जैन, शिवकुमार शर्मा, रामेश्वर यादव, मस्तराम शर्मा, प्रदीप रावत, देवेंद्र शर्मा, उदय तिवारी, राकेश भार्गव, राजू बाथम, मनोज, विनोद रावत, आरडी माथुर, निलेश पाठक आदि शामिल हुए।
पूर्व में मांगों को लेकर सौंपे चुके है जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन
मप्र सहकारिता कर्मचारी महासंघ द्वारा अपनी लंबित मांगों को लेकर शिवपुरी प्रवास पर आई मप्र शासन की कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया से मप्र सहकारिता समिति कर्मचारी संघ का प्रतिनिधि मण्डल स्थानीय सर्किट हाउस में मिला और अपनी समस्याओं के संदर्भ में ज्ञापन भी कैबीनेट मंत्री को सौंपा। इस दौरान कैबीनेट मंत्री श्रीमती सिंधिया ने मप्र सहकारिता कर्मंचारियों की लंबित मांगों को लेकर शीघ्र मुख्यमंत्री से चर्चा कर उचित निराकरण करने का आश्वासन इस प्रतिनिधि मण्डल को दिया।
इसके बाद शिवपुरी प्रवास पर आए सांसद डॉ.के.पी.यादव को भी मप्र सहकारिता कर्मचारी महासंघ द्वारा लंबित मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया। इसके अलावा जिला स्तर और तहसील स्तर पर भी सहकारिता कर्मचारियों के द्वारा ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगों को पूर्ण की गुहार पूर्व में लगाई जा चुकी है।