ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में काम कर रहे जिले के चार युवक भी हुए लापता, स्वजन तलाश में उत्तराखंड गए
शिवपुरी। उत्तराखंड में आई आपदा लोगों पर कहर बनकर टूटी। इस हादसे में शिवपुरी के चार युवक भी लापता हो गए जो ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में काम करने के लिए गए हुए थे। हादसे के बाद से चारों युवक लापता है। युवकों के लापता होने पर उनके परवारीजन परेशान है और उनकी तलाश में सोमवार को देहरादून रवाना हुए।
हादसे में ग्राम धमकन के रहने वाले भानू सिकरवार पुत्र नाथू सिंह सिकरवार व गजेंद्र सिंह पुत्र राम सिंह और नरवर के रहने वाले राकेश नरवरिया पुत्र मेहताब सिंह व सोनू लोधी पुत्र सिकंदर सिंह लापता हैं। कंपनी की ओर से जिन लापताओं की सूची जारी की गई है उसमें उनके भी नाम शामिल हैं।
पांच बहनों में अकेला भाई है साेनू
सोनू लोधी महज 15 दिन पहले ही इस प्रोजेक्ट में काम करने के लिए गया था। सोनू पांच बहनों में अकेला भाई है और पांचों बहनों की जिम्मेदारी भी उसके ऊपर है। लापता होने की सूचना मिलने के बाद से ही सभी बहनों को यह उम्मीद है कि उनका भाई सकुशल वापस आएगा। सोनू के चचेरे भाई हरीसिंह ने कहा कि आपदा की खबर मिलने के बाद से ही लगातार सोनू को फोन किया, लेकिन कोई संपर्क नहीं हो पाया है। वहां पर एक भाई और काम करता है उसने ही बताया कि यहां आपदा आ चुकी है और जिस बांध पर तुम्हारा भाई काम कर रहा था वह बह गया है।
भानू बेटियां पूछ रहीं पिता के बारे में
लापता हुआ भानू सिकरवार का बड़ा भाई दिव्यांग है। उसकी तीन बेटियां हैं, जिन्हें घटना का तो सही नहीं पता, लेकिन यह पता है कि कुछ हुआ जरूर है। वे लगातार अपने पिता के बारे में पूछ रही हैं। भानू के भाई राजेंद्र सिंह सिकरवार दीपावली के बाद भानू वहां काम करने गया था। जब उनसे पूछा गया कि आपको क्या लगता है कि आपका भाई मिल जाएगा तो राजेंद्र निशब्द हो गए और उनकी आंखे नम हो गईं।
कंपनी के 21 लोग हुए हैं लापता मड़ीखेड़ा में किया था काम
लापता हुए इन चारों युवकों का नाम उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी लापताओं की सूची में नहीं है। ओम मेटल ने अलग से 21 लोगों की सूची जारी की है जो उनके कर्मचारी थे और लापता हो गए। इनमें मध्यप्रदेश से इन चारों का ही नाम शामिल है। इनके स्वजन अपने साथ आधार कार्ड व पहचान के अन्य दस्तावेज लेकर गए हैं। देहरादून में कंपनी के लोग इन्हें आगे लेकर जाएंगे।
एक दिन पहले दे दिया था आवेदन
ग्राम धमकन के दोनों लापताओं के स्वजनों ने घटना का पता चलते ही मदद की आस से सतनवाड़ा थाना में संपर्क किया। भानू के चचेरे भाई महेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि रविवार को दोपहर 2 बजे आवेदन दिया था। वहां मुंशी ने कहा कि रिसीविंग नहीं दे पाएंगे। सोमवार को थाना प्रभारी अरविंद छारी ने फोन किया और थाने पर जानकारी देने बुलाया। क्राइम नहीं था, लेकिन थाना प्रभारी गंभीरता दिखा सकते थे।
हम लोग भी अपनी ओर से पूरी जानकारी जुटा रहे हैं। उनके परिवार को किसी भी तरह की मदद की जरूरत हो तो वे सीधे मुझसे संपर्क कर सकते हैं। प्रशासन हर संभव मदद करने के लिए तत्पर है।
- अक्षय कुमार सिंह, कलेक्टर।
घटना की जानकारी मिली है। यदि उन लोगों को वहां हमारी मदद की जरूरत पड़ती है तो हम वहां के ऑफिशियल्स से बात कर उनकी हर मदद करेंगे। उनके स्वजन सीधे मुझसे संपर्क कर सकते हैं।
- राजेश सिंह चंदेल, एसपी।