दिसंबर के महीने में हर दिन औसतन कोरोना के 12 मरीज मिले रहे थे। 31 दिसंबर 2020 तक एक्टिव केसों की संख्या भी 61 थी। जनवरी महीने में कोरोना संक्रमित मिलने के मुकाबले रिकवरी रेट बेहतर हुई। जिले की स्वस्थ दर 98.87 प्रतिशत है। हालांकि सुरक्षा के तौर पर अभी भी स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल साइज कम नहीं किया है। हर दिन औसतन् 300 सैंपलों की जांच की जा रही है, लेकिन अब सैंपल साइज भी कम होने की संभावना है क्योंकि मरीजों के मिलने की संख्या काफी कम हो चुकी है। फीवर क्लीनिक पर भी पहुंचने वालों की संख्या में काफी गिरावट आई है।
सामान्य मरीजों को मिलेगा लाभ
कोरोना महामारी शुरू होने के साथ ही 180 बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व कर दिए गए थे। इसके अलावा कोविड आइसीयू भी अलग से बनाया गया था। इसके चलते हर दिन आने वाले मरीजों के लिए बेड कम बचे थे। अब 150 बेड आइसोलेशन वार्ड से मुक्त होने के बाद यह सामान्य मरीजों के लिए उपलब्ध हो सकेंगे। इससे जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को लाभ मिलेगा।
इनका कहना है
आइसोलेशन वार्ड बंद करने के लिए निर्देश मिल चुके हैं। 180 बेड आइसोलेशन वार्ड में थे। अभी मिल रहे मरीजों के लिए 30 बेड रिजर्व रखे हैं।
- डॉ. एएल शर्मा, सीएमएचओ।